Kyun Tune Muje Itna Bekarar Kiya.

Aankhon ki Nami bas tumhi se hai, 

Har pal ki kami bas tumhi se hai, 

Tumhare naam par ye ashk nikalte hai, 

Meri Zindagi thami bas tumhi se hai. 

In aankhon mein samaye tum ho, 

Ibaadat ye kare jise woh shaksh tum ho, 

Dhundte rehti Ye aankhen jise, 

Meri har koshish ki wajah tum ho.

Aankhon ne meri tumhara intezaar kiya,

Har jarre mein tumhe yaad kiya, 

Kya ho gayi Khata mujhse,

Kyun tune mujhe itna bekaraar kiya. 

 

Truth …Tum bhi khush ho , Me bhi khush hu…..khash Hum bhi khush hote.

​ये सब किसी कहानी की तरह ही तो लगता है,अभी कल ही की तो बात थी जब हम मिले थे फिर न जाने कैसे तुम आदत में बदल में गयी कैसे धीरे धीरे शुगर की तरह मुझमे घुलती चली गयी कैसे तुम्हारे बिन एक भी फैसला लेना बेमानी सा लगता था कैसे हर फैसले का नतीजा तुम्हारे इर्द गिर्द ही होता था कॉलेज जाने से लेकर कोचिंग सेंटर के टाइमिंग भी।

खैर कब फैसलो के बीच फासला आ गया पता ही नही चला, कब हम से मैं और तुम हो गए अन्दाज ही नही मिला। 

मै और तुम आज भी वहीँ हैं, वहीं खड़े हैं हम बनने के इंतज़ार में पर वक़्त बहुत आगे निकल गया है। पहले मैं और तुम फिर हम फिर मैं और तुम और अब तुम दोनो, इन्ही सम्बोधन के बीच जिंदगी का फलसफा भी है।

और कहते हैं शादी सात जन्मों का बंधन है,तो तुम्हारा और तुम्हारे उनका यह सातवाँ जन्म ही हैं ।क्यू की अगले जन्म में तुम किसी और की नहीं हो सकती और अगर ऐसा नहीं होता है तो मुझे फिर से ज़िन्दगी ही नहीं चाहिये । में भी ना देखो कितना सेल्फिश हु सिर्फ तुम्हे पाने के लिये अगले जन्म तक पहुँच गया …..इस जन्म में क्या करना है वो तो सोच ही नहीं पा रहा हूँ …..खेर छोड़ो जो हुआ अच्छा हुआ ।

पर जो क़िरदार तुमने मेरी जिंदगी में निभाया है वो तुम्हे हर जनम निभाना होगा ….

एक तो मेरे मैसेज का रिप्लाई नहीं देते हो और एक मैसेज को 5 -5 बार पढ़ते हो यह अच्छा नहीं है आप रिप्लाई दे दिया करो आप रिप्लाई नहीं देते हो तो मुझे गुशा आता है और में गुशे में पता है न क्या करता हु सो प्ल्ज़ रिप्लाई दे दिया करो। आपको पता है आप से बात करता हु तो एक अलग ही एनर्जी मेरे अंदर आ जाती है एक सकून सा मिलता है आप से बात करके । मुझे याद है लास्ट टाइम 23 january को मिड नाईट में आप से बात की थी उसके बाद इतनी अच्छी नींद आई की क्या बताऊँ….वो 5 दिन की exhibition की थकान 15 मिनट में ख़त्म हो गयी ।।

आज भी जब तनहा होता हूँ तो यही सोचता हूँ की काश. ………………

और उम्र के साथ साथ ये काश और भी लंबा और दर्दनाक होता जा रहा है 
“सभी पुराने ठौर ठिकाने टोक रहे है आते जाते 

तुम भी खुश हो मैं भी खुश हूँ काश की हम भी खुश हो पाते” 
#भव

Jo pa Raha hu wo hi louta raha hu….pata nahi kis safar pr ja raha hu.

आँँखोंं के किनारोंं की कोर पर ,

ठहर गई जो “एक बूँँद” सी है

बहुत संंभाला मगर साथ छूट ही गया, 

यादेंं सिमटकर रह गई एक सूँँद सी है।

हाय, कितना संंवारा वक्त को फिसल गई निगौडी, 

रफ्तार इसकी रेत सी है।

खाली है अब हर एक कोना दिल का, 

बस कर ,बहुत इम्तिहान ले लिया सबर का।

हार गये अपनो से, क्या शिकवा ,क्या शिकायत अब

 ये ऐसी कहानी , जिसका ना था कोई  सबब।

रवानी है जबतलक  लहू की ,इस जिस्म की रगो मेंं

 खत्म ना हो ये बात चलती रहे, जबतलक सबोंं मेंं।

चोट है हल्की मगर जख्म है गहरा तेरा 

कैसे भूल पाऊँँगा अतीत तो है ,चेहरा तेरा।

खुश नही हूँँ ,कि गम से रहा है वास्ता मेरा

 जा निकल जा ऐ खुशी बगल से,मेरा घर नही है रास्ता तेरा।

मन भटकता है अनजान गुनाहोंं के जंंगल मेँँ.  

जीत नही पाया खुद को, आज तक रिश्तोंं के दंंगल मेँँ

जो पा रहा हूँँ वो ही  तो लौटा रहा हूँँ मैंं 

तय ही नही कर पाया किस सफर पर जा रहा हूँँ मैंं।

सच है एक उबलते हुए लावे का संंमदर  

जज्ब हो चुका हर किस्सा ,अब मेरे मन के अंंदर।

Pagli ladki…..kumar viswash (lyrics)

​”Amawas Ki Kaali Raaton Mein Dil Ka Darwaja Khulta Hai,

Jab Dard Ki Pyaali Raaton Mein Gum Ansoon Ke Sang Hote Hain,

Jab Pichwade Ke Kamre Mein Hum Nipat Akele Hote Hain,

Jab Ghadiyan Tik-Tik Chalti Hain, Sab Sote Hain, Hum Rote Hain,

Jab Baar Baar Dohrane Se Saari Yaadein Chuk Jaati Hain,

Jab Unch-Neech Samjhane Mein Mathe Ki Nas Dukh Jaati Hain,

Tab Ek Pagli Ladki Ke Bin Jeena Gaddari Lagta Hai,

Aur Us Pagli Ladki Ke Bin Marna Bhi Bhari Lagta Hai.



Jab Pothe Khali Hote Hain, Jab Har Sawali Hote Hain,

Jab Gazlen Raas Nahin Aatin, Afsane Gaali Hote Hain.

Jab Baasi Feeki Dhoop Sametein Din Jaldi Dhal Jaata Hai,

Jab Suraj Ka Laskhar Chhat Se Galiyon Mein Der Se Jaata Hai,

Jab Jaldi Ghar Jaane Ki Ichha Mann Hi Mann Ghut Jaati Hai,

Jab College Se Ghar Laane Waali Pahli Bus Chhut Jaati Hai,

Jab Beman Se Khaana Khaane Par Maa Gussa Ho Jaati Hai,

Jab Lakh Mana Karne Par Bhi Paaro Padhne Aa Jaati Hai,

Jab Apna Har Manchaha Kaam Koi Lachari Lagta Hai,

Tab Ek Pagli Ladki Ke Bin Jeena Gaddari Lagta Hai,

Aur Us Pagli Ladki Ke Bin Marna Bhi Bhari Lagta Hai.



Jab Kamre Mein Sannate Ki Awaj Sunai Deti Hai,

Jab Darpan Mein Aankhon Ke Neeche Jhai Dikhai Deti Hai,

Jab Badki Bhabhi Kahti Hain, Kuchh Sehat Ka Bhi Dhyan Karo,

Kya Likhte Ho Dinbhar, Kuchh Sapnon Ka Bhi Samman Karo,

Jab Baba Waali Baithak Mein Kuchh Rishte Waale Aate Hain,

Jab Baba Humein Bulate Hain, Hum Jaate Hain, Ghabrate Hain,

Jab Saari Pahne Ek Ladki Ka Ek Photo Laya Jaata Hai,

Jab Bhabhi Humein Manati Hain, Photo Dikhlaya Jaata Hai,

Jab Saare Ghar Ka Samjhana Humko Fankari Lagta Hai,

Tab Ek Pagli Ladki Ke Bin Jeena Gaddari Lagta Hai,

Aur Us Pagli Ladki Ke Bin Marna Bhi Bhari Lagta Hai.



Didi Kahti Hain Us Pagli Ladki Ki Kuchh Aukat Nahin,

Uske Dil Mein Bhaiya Tere Jaise Pyare Jasbat Nahin,

Woh Pagli Ladki Nau Din Mere Liye Bhooki Rahti Hai,

Chup-Chup Saare Vrat Karti Hai, Par Mujhse Kabhi Na Kahti Hai,

Jo Pagli Ladki Kahti Hai, Main Pyar Tumhi Se Karti Hoon,

Lekin Mein Hoon Majboor Bahut, Amma-Baba Se Darti Hoon,

Us Pagli Ladki Par Apna Kuchh Adhikar Nahin Baba,

Yeh Katha-Kahani Kisse Hain, Kuchh Bhi To Saar Nahin Baba,

Bas Us Pagli Ladki Ke Sang Jeena Fulwari Lagta Hai,

Aur Us Pagli Ladki Ke Bin Marna Bhi Bhari Lagta Hai”


Truth….. congratulations.

Dear lovic,

             Congratulations for marriage. I hope your real life will be same to same  with your  dreaming life . I pray ,all your dreams come true.

 whatever,  I respect your decision.

I respect your logic and reasons you have chosen to decide something for yourself. 
You know yourself better and I hope you have decided best for your self. 
I hope you will not regret your decisions.
You may face oppositions, disagreements and fights but I have faith in you. 
Never feel lonely.
I want to remind that I respect your decision. 
I want you to Keep going. I want you to feel strong.

 I have lot of words to write but I can’t….. 

Bhavdeep.

Truth…..Har rista kamayab ho jaruri to nahi….lakin dosti hamesha kamyaab hoti hai.

​हर रिश्ता कामियाब हो जरुरी नहीं है, आपको सच्चा प्यार हो सकता है, पर जरुरी नहीं की आपको कोई सच्चा प्यार करने वाला मिले। और अगर कोई सच्चा प्यार करने वाला मिल भी जाए तो किसी न किसी की इस प्यारे रिश्ते पर नज़र लग ही जाती है और वो जो कल तक दिल में बस था आज दिल से दिन बताये चला जाता है। पर वो अपनी निशानी इस दिल के हर कोने में छोड़कर जाता है।।

कभी मज़बूरी होती है छोड़ देने की, कभी कोई और रुकावट आती है।

जब सब कुछ अच्छा हो तो, ये कुंडली टांग अड़ाती है।।

हम सबको मनाते है,

अपने रिश्ते की कीमत समझाते है।

पर अक्सर ऐसा होता है,

की किसी गलतफहमी का ठिकाना उसके दिल में होता है।।

ये गलतफहमियां ये शक दीमक की तरह होते है,

इसका खामियाजा रिश्तों के बने घर ढोते है।।

अगर कोई गलतफहमी है तो हमे बताओ हम दूर करेगे आपकी गलतफहमी यु बात न करके हमे न सताओ…​हर रिश्ता कामियाब हो जरुरी नहीं पर दोस्ती तो रह सकती है ना  और दोस्ती हमेसा कामियाब ही होती है।। 

Truth…..Mera nastik hona…..Aur uska Aastik .

मैं नास्तिक था यानी की ​मुझे एक ही जन्म मे विश्वास था,सो मैं उनके पीछे हाथ धो कर पड़ा था।वो भगवान को बहुत मानती है यानि उसको शायद पुर्नजन्म मे विश्वास रहा होगा सो उसने सोचा, इसकी तो नेक्स्ट जन्म में भी हो सकते हैं ।

Truth……yeh dil hai na roj ek naya sapna dekh leta hai.

​”तुम ग़ुस्सा हो ना तो एक काम करो मुझसे लड़ो ना, झगड़ो ना, अगर मुझे डाँटना हैं तो ख़ूब सारा डाँटा करो पर प्लीज़ मेरे मैसेज का रिप्लाई तो दे दिया करो ……अरे हा तुम तो बिजी हो ना …..शॉपिंग करनी है पैकिंग करनी है……और अब तो रिलेटिव भी आने लग गये होंगे आप ज्यादा बिजी हो गये होंगे …..आपने क्या कहा था दिन में हम रिप्लाई नहीं देते है पर मैने तो कल पूरी रात इंतजार किया आपने रात में भी रिप्लाई नहीं दिया आपको पता है ना की जब तक आपका मैसेज मेरे फ़ोन में नहीं आता तब तक पता ही नहीं चलता है की सुबह हो चुकी हैं। जब तक तुमसे बात नहीं होती है तब तक नींद नहीं खुलती हैं। ऐसा लगता है जैसे पूरी नींद के बाद भी एक थकान सा है । पूरा दिन ही उदासी में बितती है…ख़ालीपन सा लगता है अपने आस-पास।।

ना ही आँखों में कोई चमक और ना ही होंठों पर मुस्कान होती हैं। दिनभर बस मोबाइल का नोटिफ़िकेशन चेक करते है कही तुम्हारा कोई कॉल तो नहीं आया या फिर मेसजेज़ किया होगा शायद,पर वो भी नहीं होता हैं।

 मेने पहले भी आपको लेकर बहुत सपने देखे थे आज फिर एक सपना देख रहा हूँ….पुराने सपने तो सच नहीं हुए और इस का भी पता नहीं …….की आप और में किसी शाम साथ चल के गोलगप्पे खाएँगे और वो तुम्हारा फ़वरेट क़ुल्फ़ी (गोला) भी खाएगे……इस बार छोटा सा ही सपना देखा है क्यू की जीतना बड़ा सपना देखा उतनी ज्यादा तकलीफ हुई है ……आप चलोगे ना मेरे साथ ।।

 तो बस अब क्या लिखूं…… आज के लिये बस इतना काफी है।।

The Decision …. Related to life.

जीवन में कभी ऐसा लगे कि कोई अनदेखा कर रहा है,
उसे उसके हाल पर ही छोड़ना बेहतर!!
शायद वो आपको समझ ना पाया हो अथवा आप उसे?
क्या फ़ायदा बात बढ़ाकर?
ज़िंदगी एक के पीछे वीरान होने का नाम नहीं है?
आगे बढ़िए और ऐसे काम कर जाइए कि मुँह फेरने वाला
अपने निर्णय पर पछताए!!

Happy new year….2017

_नया_साल 


सच पूछिए तो आज काफ़ी दिनों बाद लिखने को कुछ था ही नहीँ था ! अब साल के पहिले ही दिन सत्तर-अस्सी गज का लेख लिखना, शीशे में अपना ही मुँह देख कर खूब जोर-जोर हँसने जैसा हो जाएगा ! हाँ मैं 2017 लिख कर या तेईस तरीक़े के फेस्बुकीये इस्माइली और स्टीकर  से आपको शुभकामना नहीँ दूँगा और ना ही अपनी मुंडी की तस्वीर (सेल्फी) टाँग कर नए साल की खुशी में पगलाउंगा ! इतना ज्ञान तो मुझे है कि कोई परिवार के साथ (भले मजबूरी में) तो कोई प्रेत-पिशाचों के साथ (भोजपुरी, अंग्रेज़ी, अरबी हर उस भाषा के गाने पर जो समझ में कम आए) नए साल के लिए आरती की थाल लिए तैयार होगा ! बाकी कहना बस इतना ही है कि नया साल है जिसका सारी  दुनिया हल्ला मचाए पड़ी है लेकिन  लिख कर ले लीजिए  कैलेंडर और तारीखों के अलावा औऱ कुछ नहीँ बदलना है ! अगर खुश रहने के लिए या खुशी बाँटने के लिए अगर किसी तारीख की ज़रूरत पड़े तब तो हमारी खुशी बड़ी सस्ती है !


अच्छा खाइए, अच्छा पहनिए, अच्छा घूमिए और सबसे ज़रूरी अच्छा सोचिए ! अपने काम को जम्मू कश्मीर की वादियों सा खुशनुमा और यू पी के मोहल्लों सा भौकाली बनाइए, अगर किसी की मुस्कराहट का कारण बन पाइए तो ज़रूर बनिए ! हाँ मज़े ज़रूर कीजिए पर उसको “हैप्पी न्यू इयर 2017” के चोंचले में मत बाँधिए, दिक्कतें सबके पास हैं किसी के पास किलो के हिसाब से तो किसी के पास कुंटल के हिसाब से ! अपने बवाल का ढोल दुनिया के डी.जे. के सामने मत बजाइए क्योंकि सब उस डी.जे. के शोर में ही नाचने वाले हैं अगर कोई सुनने की कोशिश करता भी है तो वह एक कोशिश ही होगी और कुछ नहीँ ! बाकी कुछ भी करिए थोड़ा सा  दिल और ज़रा सा दिमाग़ लगा कर करिए, रेज़ल्यूशन् कतई मत बनाइएगा (काहें को अपने दिमाग़ से दिल को गाली खिलवाएंगे) काम वही करिएगा जो आपके मुताबिक सही और अच्छा हो ना कि फूफा और पड़ोस के अंकल के मुताबिक 


बस  और क्या ? खुश रहिए और खुश रखिए (वैसे ये लाइन मैं पहले भी कई बार कह चुका हूँ).

#Happy new year

Truth……. New year 2 January 2011 …..now 2 January 2017

​आज के ही दिन मिली थी ना तुम…आज से 6 साल पहले,मेरी ज़िंदगी में एक नया चैप्टर लिखने आयी थीं तुम।झग़रा और प्यार दोनो साथ साथ था…कभी तुम ग़ुस्सा होती तो कभी हम होते थे,पर एक दूसरे के लिए प्यार कभी कम नहीं होता था…कितने सपने देखे थे ।हम साथ में कितने यादगार पल जिए थे,कितने सारे वादे किए थे।पर पता नहीं क्यूँ तुम चली गयीं छोर कर, क्यूँ अपने वादों को तोड़ कर.. शायद तुम को कोई और पसंद आ गया हो या फिर मुझमें ही कोई कमी हों…कोई नहीं, तुमने जो भी कीया वो सही कीया…हर किसी को अपनी ख़ुशी अच्छी लगती हैं,तो फिर तुम को भी जीना चाहिए ना।।

मैं अब तुम्हारे लाइफ़ में कुछ ना हु पर तुम जहाँ भी हो,जैसी भी हो हमेसा ख़ुश रहना। मैं तुम से किए वादों और यादों के साथ ख़ुश होने का हमेसा कोशिश करता हुँ…तुम्हारे साथ बिताए वो ढाई साल बहुत याद आते हैं…तुम बोली थी भूल जाने को पर मैं मजबूर हुँ…तुम्हारे लिए ही फिर मकराना आया था पर मुझे पता नहीं था यहाँ आने से पहले ही अलग हों जायेंगे।हमेसा इस अनजान शहर में ख़ुद को अकेला पाता हुँ…कभी कभी चीख़ लेता हु रो लेता हुँ और फिर भी संभाल लेता हुँ ख़ुद को…बस ये सोच कर की तुम ख़ुश हों…तुम हमेसा ऐसे ही ख़ुश रहना और जीवन में आगे बढ़ना ….16.1.2017 को सादी हैं खुश रहना बस इतनी सी ख्वाहिश हैं ।आपसे बहुत कुछ पूछना है बहुत कुछ बताना है।। जो बताता हूं वो आप सुनते हों लैकिन जो पूछता हूँ वो बताते नहीं हो मुझे बहुत गुशा आता हैं लैकिन में कुछ कर नहीं पाता हूँ ।

लेकिन आपके साथ बिताया हुआ एक -एक पल याद है और में उन पलों को समेट कर एक अलग ही दुनिया मना ली हैं मेने जिसमे में हु आप हो और बस आप हो ।। एक ऐसी दुनिया जिसमे मुझे आपसे कोई अलग नहीं कर सकता जिसमे समाज की कोई रीती रिवाज नहीं हैं ।।

में अपनी इस दुनिया से खुश हूं …..और इसी में रहना चाहता हूँ ।।

और आप अक्सर कहते हो भूल जाओ मुझे और आगे बढ़ो…..तो आपको कुमार विस्वाश का शेर सुनाता हूँ…..  

 किसी को देखने के लिये एक पल काफी है …..
किसी को पसन्द करने के लिये एक दिन काफी है ….
किसी से इश्क़ करने के लिये एक साल काफी है ….
पर किसी चहरे को भुलाने के लिये ये ज़िन्दगी कम है ….